योगी सरकार ने प्रदेश के किसानों की आय और कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए जेवर एयरपोर्ट के पास एक्सपोर्ट हब स्थापित करने की योजना बनाई है। यह कदम यूपी एग्रीज परियोजना के तहत उठाया जाएगा, जिसका उद्देश्य कृषि उत्पादों के निर्यात को वैश्विक स्तर पर बढ़ाना है। विश्व बैंक की सहायता से इस हब को स्थापित किया जाएगा, जिससे प्रदेश के किसानों को नई संभावनाएं मिलेंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में यूपी एग्रीज परियोजना को हरी झंडी देते हुए बताया कि इस हब के माध्यम से उच्च मूल्य वाले कृषि उत्पाद जैसे मूंगफली, सब्जियां, काला नमक चावल और तिल का विदेशों में निर्यात किया जाएगा। यूपी पहले से ही मीट, बासमती चावल, फल-सब्जियां और खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े विभिन्न उत्पादों का निर्यात बड़े पैमाने पर करता है। इस नए हब की स्थापना से निर्यात प्रक्रिया में और तेजी आएगी, जिसमें 30,750 क्लस्टर फार्मर्स ग्रुप का विकास किया जाएगा।
यूपी एग्रीज परियोजना के तहत, कृषि उत्पादों के बड़े पैमाने पर निर्यात के लिए विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) की स्थापना भी की जाएगी। यह एसईजेड फॉरवर्ड लिंकेज और निर्यात बाजारों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इन्हें प्रदेश के 11 जिलों में विकसित किया जाएगा, जिसमें सिद्धार्थनगर और गोरखपुर में काला नमक चावल के लिए, झांसी में मूंगफली के लिए, ललितपुर में उरद के लिए, तथा जौनपुर, भदोही, बनारस, गाजीपुर और बलिया में सब्जियों के लिए एसईजेड की स्थापना की जाएगी।
इस परियोजना के तहत अगले पांच वर्षों में प्रमुख फसलों की उत्पादकता में 30 से 50 प्रतिशत की वृद्धि के लिए व्यापक कदम उठाए जाएंगे। इससे किसानों की आय में कम से कम 25 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है। इसके साथ ही, जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक विश्व स्तरीय कार्बन क्रेडिट मार्केट की स्थापना की जाएगी।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के अन्नदाताओं को मौसम की सटीक जानकारी प्रदान करने के लिए स्थानीय मौसम स्टेशनों की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही, मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए 2 से 3 विश्व स्तरीय हैचरी की स्थापना भी की जाएगी।