उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मेरठ में ज्वेलरी उद्योग को नई दिशा देने के लिए कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुसार, मेरठ के वेदव्यास पुरी में रत्नों और स्वर्णाभूषण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बहुमंजिला फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना की विस्तृत कार्ययोजना मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) द्वारा तैयार की गई है और इसका कार्य प्रारंभ हो चुका है।
परियोजना के तहत 24 महीनों के भीतर निर्माण और विकास कार्य पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है, और नवंबर के अंत से निर्माण प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है।
फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स का क्षेत्रफल 32 हजार स्क्वेयर मीटर होगा और इसे रणनीतिक स्थान पर विकसित किया जाएगा। यह मेरठ-हरिद्वार और दिल्ली-मेरठ हाइवे के समीप स्थित है, जबकि गंगा एक्सप्रेसवे से इसकी दूरी मात्र 20 किलोमीटर है। इसके अलावा, यह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ज्वेलरी टेक्नोलॉजी से भी केवल 1.5 किलोमीटर दूर है। जेवर एयरपोर्ट से इसकी कनेक्टिविटी ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के माध्यम से होगी, जिससे यहाँ पहुंचना मात्र 45 मिनट में संभव होगा।
मेरठ का ज्वेलरी उद्योग उत्तर प्रदेश में विशेष महत्व रखता है। यहाँ के ज्वेलरी उद्योग का वार्षिक टर्नओवर 2000 करोड़ से अधिक है, और 40 हजार से ज्यादा स्वर्णकार, रत्नकार और आभूषण विक्रेता इस उद्योग में कार्यरत हैं। वर्ष 2016 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ज्वेलरी टेक्नोलॉजी की स्थापना ने इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सीएम योगी का यह प्रयास न केवल पारंपरिक सर्राफा बाजार को विस्तारित करेगा, बल्कि भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए रोजगार और नए अवसरों का सृजन भी करेगा। यह क्षेत्र ज्वेलरी उद्योग के एक विस्तारित हब के रूप में विकसित होगा, जहां दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, और फरीदाबाद के उद्योगपति और आम नागरिक आभूषण की खरीदारी कर सकेंगे।
परियोजना के अंतर्गत फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स में आधुनिक ट्रंक सुविधाएं और प्लग एंड प्ले इन्फ्रास्ट्रक्चर होगा। यह कॉम्पलेक्स विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस होगा, जिसमें लिफ्ट सिस्टम, इंटेलिजेंट सिक्योरिटी, लाइटिंग और पार्किंग सिस्टम शामिल होंगे।
कॉम्पलेक्स में कॉमन एग्जिबिशन और कॉन्फ्रेंस वेन्यू भी होंगे, और इसे स्थायी विकास के आधुनिक मानकों के अनुसार डिजाइन किया जाएगा। यहाँ रत्न और स्वर्णाभूषण उद्योग से जुड़े उद्यमियों के शो रूम और कारखाने होंगे, साथ ही गैर-प्रदूषणकारी स्टार्टअप्स को भी जगह मिलेगी।