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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य औद्योगिक विकास, रोजगार सृजन और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है। योगी सरकार का उद्देश्य प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में तब्दील करना है। इसके लिए कई महत्वाकांक्षी परियोजनाएं शुरू की गई हैं, जो राज्य को औद्योगिक हब और व्यापार निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बना रही हैं।
योगी सरकार ने रोजगार सृजन और उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। उद्योगों के लिए ‘वन टाइम रजिस्ट्रेशन’ की सुविधा शुरू की गई है, जिससे व्यापारियों और उद्यमियों को समय और प्रक्रियाओं की झंझट से मुक्ति मिली है। इसके अलावा, महिला श्रमिकों के लिए विशेष योजनाओं की शुरुआत की गई है, जो उन्हें पॉटरी, कारपेट, पीतल और ताला उद्योगों में रोजगार के नए अवसर प्रदान करती हैं।
योगी सरकार ने 2017 से अब तक 7 प्रमुख श्रम कानूनों में संशोधन और सरलीकरण किया है। इसके परिणामस्वरूप, उत्तर प्रदेश को 2022 में ‘टॉप अचीवर’ की श्रेणी में स्थान प्राप्त हुआ। बिजनेस रिफॉर्म एक्शन प्लान (बीआरएपी) के तहत प्रदेश का स्थान 14वें से बढ़कर दूसरे स्थान पर आ गया है। इन सुधारों ने औद्योगिक निवेश को बढ़ावा दिया है और राज्य को एक प्रमुख आर्थिक हब के रूप में स्थापित किया है।
योगी सरकार ने महिला श्रमिकों के लिए विशेष योजनाएं लागू की हैं, जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। पॉटरी और वस्त्र उद्योग जैसे पारंपरिक क्षेत्रों में महिलाओं को अधिक रोजगार अवसर मिल रहे हैं। इसके अलावा, महिलाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं, जो उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बना रहे हैं।
योगी सरकार ने औद्योगिक पंजीकरण और अनुदान प्रक्रियाओं को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया है। इससे उद्योगों के लिए समय और लागत की बचत हुई है। छोटे व्यापारियों के लिए विशेष कर योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक प्रोत्साहन प्राप्त हो रहा है। ‘वन नेशन, वन टैक्स’ के तहत जीएसटी को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है, जिससे व्यापारियों के लिए कराधान प्रक्रिया सरल हुई है।
योगी सरकार ने राज्य में कई औद्योगिक हब्स स्थापित किए हैं, जिनमें टेक्सटाइल, आईटी और मैन्युफैक्चरिंग शामिल हैं। इन हब्स से हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। साथ ही, सरकार ने विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए कई उपाय किए हैं, जिससे उत्तर प्रदेश वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बन रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रमिक कल्याण योजनाओं के तहत श्रमिकों को स्वास्थ्य, आवास और शिक्षा जैसी सुविधाएं प्रदान की हैं। महिला श्रमिकों के लिए विशेष योजनाएं लागू की गई हैं, जिससे उनकी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आया है। इन प्रयासों ने श्रमिकों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में मदद की है और राज्य की औद्योगिक उत्पादकता को भी बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर और औद्योगिक रूप से सशक्त बनाना है। इसके लिए टेक्सटाइल हब, मैन्युफैक्चरिंग हब और अन्य औद्योगिक परियोजनाओं का निर्माण किया जा रहा है, जो प्रदेश को न केवल आर्थिक रूप से मजबूत करेंगे, बल्कि आत्मनिर्भर भारत अभियान में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगे।