उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में बुधवार रात को बेकाबू ट्रक और कंटेनर के कारण दो बड़े हादसे हुए, जिनमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए। पहला हादसा नए यमुना पुल पर हुआ, जबकि दूसरा हादसा बांगड़ चौराहे पर हुआ।
नए यमुना पुल पर रात करीब 11 बजे इविवि छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह अपनी कार में निजी कार्यक्रम में शामिल होकर नैनी से लौट रही थीं। उनकी कार जैसे ही पुल के बीच वाले पिलर के पास पहुंची, तेज रफ्तार से आ रहे एक बेकाबू ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार पुल की दूसरी लेन में घिसटते हुए चली गई। हालांकि गनीमत रही कि कार का एयरबैग खुल गया और ऋचा सिंह और उनके एक परिजन बाल-बाल बच गए। इस घटना में उन्हें मामूली चोटें आईं। राहगीरों की मदद से उन्हें कार से बाहर निकाला गया। वहीं, ट्रक चालक घटना के बाद फरार हो गया।
इसके बाद, बांगड़ चौराहे पर बैरहना की ओर से बेकाबू रफ्तार में आए कंटेनर ने आगे चल रहे डीसीएम में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि डीसीएम के साथ तीन अन्य वाहन भी चपेट में आ गए। डीसीएम चालक की मौके पर ही मौत हो गई और उसका शव गाड़ी में फंसा हुआ था। टक्कर के बाद कंटेनर पलट गया, जिसमें चालक इंद्रजीत (30), निवासी पलवल, हरियाणा, घायल हो गया।
कीडगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छह घायलों को एसआरएन अस्पताल भेजा। घायलों में करन (18), राजपति (45), किशन (25), संजय (50), सभी निवासी फूलपुर और सुनील (25), निवासी होलागढ़ शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, मृतक डीसीएम चालक की पहचान पप्पू, निवासी प्रतापपुर फूलपुर के रूप में हुई है।
घायलों के परिवार के अनुसार, डीसीएम में चालक समेत छह लोग सवार थे। ये सभी पल्लेदारी का काम करते थे और शहर से तेल, खाद्य पदार्थ आदि लोड करके अलग-अलग क्षेत्र में पहुंचाते थे। बुधवार को भी वे कीडगंज मार्केट में माल लोड करने गए थे। सुबह उन्हें देहात क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में आपूर्ति के लिए लौटना था, लेकिन उससे पहले यह हादसा हो गया।
कीडगंज पुलिस ने हादसे के बाद कंटेनर चालक इंद्रजीत समेत सभी घायलों को अस्पताल भेजा, जबकि डीसीएम चालक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मर्चरी भेज दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस हादसे के पीछे क्या कारण था।