लखनऊ: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद उत्तर प्रदेश में भी सात दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की गई है। यह शोक 26 दिसंबर से लेकर 1 जनवरी तक रहेगा। इस दौरान राज्य के सभी सरकारी दफ्तरों और संस्थानों में शोक का पालन किया जाएगा। साथ ही, राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और राज्य सरकार की ओर से किसी भी प्रकार के मनोरंजनात्मक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाएगा।
डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में 26 दिसंबर, गुरुवार की रात निधन हो गया। उन्हें उम्र संबंधी दिक्कतों के कारण गुरुवार रात 8:06 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनकी मृत्यु के बाद देशभर में शोक की लहर है।
मनमोहन सिंह का योगदान
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह प्रख्यात अर्थशास्त्री थे और 1991 में भारतीय अर्थव्यवस्था में किए गए ऐतिहासिक सुधारों के शिल्पकार माने जाते हैं। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर नई दिशा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। वे 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे और उनके कार्यकाल में भारत ने कई अहम वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक मीलों को पार किया।
उनके निधन पर केंद्र सरकार ने भी सात दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया था। शुक्रवार को यूपी सरकार ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सात दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की।
राजकीय शोक के दौरान क्या रहेगा
राजकीय शोक की अवधि के दौरान उत्तर प्रदेश में सभी सरकारी दफ्तरों में कामकाजी गतिविधियों को सामान्य रूप से जारी रखा जाएगा, लेकिन किसी भी प्रकार का उत्सव या मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा। राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और शोक की भावना के साथ सभी कार्यक्रमों का पालन किया जाएगा।