संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 24 नवंबर को हुए बवाल के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस की 10 टीमें छह राज्यों में ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं। यह दबिश दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश सहित उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में दी जा रही है। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ भी शुरू कर दी है। इस दौरान पुलिस को यह जानकारी मिली है कि बवाल में इस्तेमाल हुए पाकिस्तान और अमेरिका में निर्मित कारतूसों के तस्करों का भी खुलासा हो सकता है, जिसके लिए पुलिस और जांच बढ़ा रही है।
24 नवंबर को संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान अचानक बवाल हो गया था। इस बवाल में पथराव और फायरिंग की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना में तीन महिलाओं समेत कुल 35 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। पुलिस ने घटनास्थल से कुछ फुटेज प्राप्त किए हैं, जिनकी मदद से 400 से ज्यादा संदिग्धों के फोटो जारी किए गए हैं। इनमें से 100 से अधिक आरोपियों की पहचान भी हो चुकी है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमें बनाई हैं। ये टीमें चिह्नित आरोपियों के घरों, रिश्तेदारों और परिचितों के ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। कुछ आरोपियों के घरों पर ताले लगे हुए हैं, जबकि कुछ घरों में महिलाएं और बच्चे ही मौजूद हैं। पुलिस उन आरोपियों का भी पीछा कर रही है, जो रोजगार के सिलसिले में बाहर रहते हैं। ऐसे आरोपियों के कामकाजी ठिकानों पर भी पुलिस छापेमारी कर रही है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने बवाल के दौरान पाकिस्तान और अमेरिका में निर्मित कारतूस और खोखे बरामद किए हैं। इन कारतूसों का उपयोग भी बवाल के दौरान किया गया था। पुलिस ने इन कारतूसों को फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही पुलिस अवैध हथियारों और कारतूसों की तस्करी करने वालों की भी तलाश में जुटी हुई है। डीआईजी मुनिराज जी ने कहा कि पुलिस आरोपियों की तलाश में तेजी से काम कर रही है और जल्द ही तस्करों के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी।
संभल बवाल में शामिल आरोपियों में से कई फरार हैं और वे घटना के बाद से मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों के फोन ट्रैक करने की कोशिश की, लेकिन उनका लोकेशन नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि आरोपी जानते हैं कि अगर वे मोबाइल का इस्तेमाल करेंगे तो पकड़े जा सकते हैं। इसके अलावा, आरोपियों के परिजन भी पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं दे पा रहे हैं।
संभल में शांति स्थापित होने के बाद बवाल से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे हैं। पुलिस इन वीडियो के जरिए आरोपियों की पहचान करने में जुटी है। इसके अलावा, पुलिस टीमें शहर के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही हैं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी बवाल स्थल तक किस रास्ते से पहुंचे और किस रास्ते से भागे। इन सभी रास्तों के कैमरे खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपियों की लोकेशन का पता चल सके।
संभल में अब पूरी तरह से शांति है। पुलिस टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही हैं। डीआईजी मुनिराज जी ने कहा कि जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी और उन लोगों के चेहरे बेनकाब हो जाएंगे जिन्होंने संभल में बवाल किया था। पुलिस की जांच विदेशी कारतूसों के तस्करों और अवैध हथियारों के बारे में भी जानकारी जुटाने में जुटी हुई है।