संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर आज सुबह बिजली विभाग की टीम ने भारी पुलिस बल के साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई सांसद के आवास पर बिजली के उपयोग में गड़बड़ी की जांच के लिए की गई थी। इस दौरान आरोप है कि सांसद जियाउर्रहमान के पिता ने बिजली विभाग के अधिकारियों को धमकाते हुए कहा, “हमारी सरकार आएगी तो देख लेंगे।”
बिजली विभाग ने सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ बिजली चोरी के आरोप में शिकायत दर्ज करवाई और उनके खिलाफ एंटी पावर थेफ्ट एक्ट की धारा 135 के तहत एफआईआर दर्ज की। यह कार्रवाई विभाग द्वारा की गई जांच के दौरान टेम्परिंग के सबूत मिलने के बाद की गई है।
बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार, सांसद के आवास में दो बिजली मीटरों में गड़बड़ी पाई गई थी। पहले, सांसद के घर के पुराने मीटर को हटाकर सील किया गया था और जांच के लिए भेजा गया था, जिसमें साल भर के लिए रीडिंग जीरो पाई गई थी। इसके बाद, नए स्मार्ट मीटर लगाए गए थे। विभाग की टीम आज सुबह इन नए मीटरों की जांच करने पहुंची थी और सांसद के घर में बिजली के उपयोग की स्थिति का मूल्यांकन किया।
इस जांच के दौरान, रैपिड एक्शन फोर्स और पीएसी के जवान तैनात थे, और पुलिस के उच्च अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई का मार्गदर्शन किया। टीम ने सांसद के आवास की दूसरी मंजिल पर सीढ़ी के सहारे पहुंचकर बिजली का लोड चेक किया और यह जानने की कोशिश की कि कितनी बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है।
बिजली विभाग की तरफ से बताया गया कि सांसद के आवास पर दो बिजली कनेक्शन थे, जिनमें से एक कनेक्शन जियाउर्रहमान बर्क के नाम पर रजिस्टर्ड था, जो 2 किलोवाट का था। दूसरा कनेक्शन उनके दादा शफीकुर रहमान बर्क के नाम पर था, जिसका मीटर अभी तक अपडेट नहीं किया गया था। विभाग ने दूसरे मीटर को सील कर दिया है और इसके बारे में नोटिस जारी किया है। यह जांच प्रक्रिया पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ की जाएगी।
इस कार्रवाई के बाद, जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ बढ़ते आरोपों से उनकी राजनीतिक स्थिति पर सवाल खड़े हो गए हैं। बिजली विभाग का यह अभियान खासकर बड़ी उपभोक्ता इकाइयों और राजनीतिक हस्तियों के बिजली कनेक्शनों की जांच करने के लिए चलाया जा रहा है।