प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर में महंत सुभद्रा आत्या से मुलाकात की। महंत सुभद्रा आत्या शिक्षा और विशेष रूप से बालिकाओं को सशक्त बनाने के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय कार्यों के लिए जानी जाती हैं। प्रधानमंत्री ने उनके प्रयासों को प्रेरणादायक बताते हुए उनकी सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से इस मुलाकात को साझा किया। उन्होंने लिखा कि छत्रपति संभाजी नगर में मेरी मुलाकात महंत सुभद्रा आत्या से हुई। वह महानुभाव पंथ से जुड़ी रही हैं और बालिकाओं की शिक्षा एवं सशक्तिकरण में उनका योगदान बहुत प्रेरणादायक है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने छत्रपति संभाजी नगर में अन्य प्रमुख धार्मिक व्यक्तित्वों से भी मुलाकात की। इन मुलाकातों के दौरान पीएम मोदी ने इन महापुरुषों के समाज के प्रति योगदान और उनके विचारों को विशेष रूप से सराहा।
प्रधानमंत्री ने महामंडलेश्वर स्वामी शांतिगिरी महाराज से भी मुलाकात की, जो लंबे समय से गरीबों और वंचितों की सेवा में लगे हुए हैं। स्वामी शांतिगिरी महाराज विभिन्न सामाजिक और धार्मिक प्रयासों में अग्रणी रहे हैं और समाज के पिछड़े वर्ग को सशक्त बनाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने पोस्ट में लिखा, “महामंडलेश्वर स्वामी शांतिगिरी महाराज से मिलकर खुशी हुई। वह कई सामुदायिक सेवा प्रयासों में अग्रणी रहे हैं और समाज के वंचित वर्ग को सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने परम पूज्य बाभुलगांवकर महाराज से भी मुलाकात की, जो अपने विचारों और लेखन के लिए प्रसिद्ध हैं। प्रधानमंत्री ने बाभुलगांवकर महाराज की पुस्तकों और उनके विचारों की सराहना करते हुए कहा, “परम पूज्य बाभुलगांवकर महाराज अपने महान विचारों और लेखन के लिए व्यापक रूप से सम्मानित हैं। उन्होंने कई किताबें लिखी हैं और इसके लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। आज सुबह छत्रपति संभाजी नगर में उनसे मुलाकात हुई।”