प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हरियाणा के पानीपत में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की ‘बीमा सखी योजना’ का उद्घाटन किया। इस योजना को प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। वर्चुअल माध्यम से बटन दबाकर पीएम मोदी ने करनाल के महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय परिसर में निर्माण का शिलान्यास भी किया। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत एक और मजबूत कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा, “आज का दिन विशेष है क्योंकि आज 9 तारीख है, जिसे शास्त्रों में अत्यंत शुभ माना जाता है। 9 का अंक मां दुर्गा के नौ रूपों से जुड़ा हुआ है, और इसी दिन संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी। जब देश संविधान के 75 वर्ष मना रहा है, तब यह समय और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।”
पीएम मोदी ने इस योजना को महिलाओं के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया, जो उन्हें न केवल बीमा क्षेत्र में अवसर प्रदान करेगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी बड़ा बदलाव लाएगा। उन्होंने कहा, “यह योजना वर्षों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। जब महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं, तो वे देश के लिए नए दरवाजे खोलती हैं।” बीमा सखी योजना के तहत 2 लाख महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। यह योजना उन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी जो अब तक बीमा जैसे क्षेत्रों में कार्यरत नहीं थीं।
प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें हर तरह के अवसर मिलना चाहिए, और उनकी राह में आने वाली हर बाधा को हटाना चाहिए। उन्होंने हरियाणा के उदाहरण को उद्धृत करते हुए कहा कि इस राज्य ने “एक है तो सेफ है” का मंत्र अपनाया है, जो पूरे देश के लिए एक आदर्श बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि आजादी के इतने सालों बाद भी अधिकांश महिलाओं के बैंक खाते नहीं थे, लेकिन उनकी सरकार ने जनधन योजना के तहत 30 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खोले। यही नहीं, वे अब ‘बैंक सखी’ बनकर ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाएं प्रदान कर रही हैं।
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। अब बेटियां सेना की अग्रिम पंक्ति में तैनात हो रही हैं, वे अत्यधिक कुशल फाइटर पायलट बन रही हैं, और पुलिस बल में भी महिलाओं की भर्ती हो रही है। इसके अलावा, देश में 1,200 दुग्ध उत्पादक संघ हैं, जिनका नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा, “हमारी सरकार ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान शुरू किया था, जो आज हरियाणा और पूरे देश में सफल हो रहा है। इस धरती से ही बीमा सखी योजना का शुभारंभ हुआ है, और अब पानीपत नारी शक्ति की प्रतीक भूमि बन गई है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत 2047 तक एक विकसित देश बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। इसके लिए जरूरी है कि महिलाओं को हर स्तर पर सशक्त किया जाए। उन्होंने कहा, “महिला शक्ति ही देश का आधार बनेगी और वही हमारी प्रेरणा का स्रोत रहेगी। पिछले 10 वर्षों में देश में ग्रामीण महिलाओं के लिए बनाई गईं क्रांतिकारी नीतियां वास्तव में अध्ययन का विषय हैं।” प्रधानमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज देशभर में 10 करोड़ से अधिक महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और इन समूहों के माध्यम से महिलाएं कमाई कर रही हैं। बीमा सखी योजना के तहत महिलाएं बीमा क्षेत्र में अपनी भूमिका निभा सकेंगी, जो न केवल उनके लिए आय का स्रोत बनेगा, बल्कि देश के विकास में भी योगदान देगा।