पीलीभीत के पूरनपुर क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में मारे गए खालिस्तानी आतंकवादियों के मददगार गजरौला जप्ती निवासी जसपाल उर्फ सनी के मोबाइल फोन को पुलिस ने बरामद कर लिया है। यह मोबाइल फोन सनी ने अपनी निशानदेही पर अपने गांव के समीप तिराहे पर जमीन में दबाया था। रिमांड के दूसरे दिन सनी ने पुलिस को इसकी जानकारी दी।
पुलिस अब इस मोबाइल फोन की जांच करेगी, जिससे कई अहम राज सामने आने की संभावना है। माना जा रहा है कि इस फोन से सनी और आतंकियों के बीच संबंधों का खुलासा हो सकता है, और आतंकवादियों के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकती है।
पंजाब में पुलिस चौकी पर 18 दिसंबर को ग्रेनेड फेंकने वाले खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के तीन आतंकियों को 23 दिसंबर को पूरनपुर क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया था। सनी ने ही इन आतंकियों को 20 दिसंबर को होटल हरजी में ठहराया था। आतंकियों की मदद के लिए इंग्लैंड से बब्बर खालसा के आतंकवादी कुलबीर सिंह सिद्धू ने सनी से संपर्क किया था। सिद्धू के निर्देश पर सनी ने आतंकियों के लिए फर्जी दस्तावेज भी तैयार किए थे, जिनमें बलिया के पते पर बनाए गए फर्जी आधार कार्ड भी शामिल थे।
सनी ने सिद्धू के संपर्क में रहते हुए आतंकवादियों को कई मदद दी थी। इसके अलावा, सिद्धू ने कोरोना काल के दौरान कई युवकों को ई-वीजा के माध्यम से विदेश भेजने का काम किया था, हालांकि इनमें से कई युवा वीजा की अनियमितताओं के कारण विदेश नहीं जा पाए थे। इस मामले में रुपयों का लेन-देन भी हुआ था। सिद्धू और सनी के बीच हुई बातचीत की जानकारी अब पुलिस के लिए महत्वपूर्ण है।
इंस्पेक्टर क्राइम गजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि आतंकवादियों के द्वारा बरामद हथियारों को जांच के लिए भेजा जाएगा, ताकि इनके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सके। इसके साथ ही सनी के मोबाइल फोन की भी गहन जांच की जाएगी। इस फोन से आतंकियों के नेटवर्क और उनके अन्य कनेक्शनों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है।
सनी से पूछताछ जारी है, और शनिवार को रिमांड समाप्त होने पर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। एनआईए और पंजाब पुलिस भी इस मामले में सनी से पूछताछ कर रही है।