योगी सरकार ने बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए ‘मिशन शक्ति’ के पांचवें चरण की घोषणा की है। यह चरण शारदीय नवरात्रि में प्रारंभ होने जा रहा है और इसमें अक्टूबर से दिसंबर तक विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मिशन शक्ति का यह नया चरण महिलाओं के साथ-साथ बच्चों के हितों को भी ध्यान में रखेगा। विभिन्न कार्यक्रमों का उद्देश्य प्रदेश में संचालित योजनाओं और सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना और लोगों को लाभान्वित करना है।
11 अक्टूबर तक चलने वाले समारोह में लैंगिक समानता पर सेमिनार, सफल महिलाओं के साथ टॉक शो, कन्या जन्मोत्सव, बाल विवाह और घरेलू हिंसा पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 21 से 31 अक्टूबर तक चलने वाले अभियान के तहत बाल विवाह और बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता और रेस्क्यू कार्य किए जाएंगे। 10 से 14 नवंबर तक आयोजित कार्निवाल में बच्चों के हुनर को पहचान दिलाई जाएगी। इसमें योग, नाटक, खेलकूद, और पेंटिंग प्रतियोगिताएं शामिल होंगी। 19 नवंबर को समाज में बदलाव के लिए प्रयासरत महिलाओं की प्रेरक कहानियों को साझा किया जाएगा। 30 नवंबर से शुरू होने वाले इस कैंप में महिलाओं और बच्चों को केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने का अवसर मिलेगा।
मिशन शक्ति के तहत यौन हिंसा, घरेलू हिंसा, और बाल अधिकारों पर जागरूकता फैलाने के लिए जिलाधिकारी के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 10 दिसंबर को ग्राम पंचायत स्तर पर महिला और बाल सभाओं का आयोजन भी किया जाएगा।
मिशन शक्ति के दौरान आकस्मिक सहायता प्रदान करने वाली सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाएगी। इसमें 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन, 181 महिला हेल्पलाइन, और वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर जैसी सेवाओं का प्रचार किया जाएगा।
योगी सरकार का ‘मिशन शक्ति-फेज 5’ महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह कार्यक्रम न केवल जागरूकता फैलाएगा, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा को भी बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह मिशन समाज के हर वर्ग तक पहुंचने का प्रयास करेगा, ताकि सभी को उनके अधिकारों और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।