Home » देश विदेश » पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक पर सियासत तेज, कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक पर सियासत तेज, कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने

Facebook
X
WhatsApp
Telegram
100 Views

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि सरकार उनके अंतिम सम्मान के लिए स्मारक बनाने में देरी कर रही है, और इस स्थिति को लेकर केंद्र सरकार की नीयत पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि सरकार जगह तक नहीं ढूंढ पा रही है, जिससे डॉ. मनमोहन सिंह का अपमान हो रहा है। वहीं, भाजपा ने कांग्रेस पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।

भाजपा ने कांग्रेस पर लगाया राजनीति करने का आरोप
भाजपा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा और एनडीए सरकार डॉ. मनमोहन सिंह को पूरी तरह से सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्होंने देश के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।” उन्होंने कहा कि इसी संदर्भ में, सरकार ने यह निर्णय लिया है कि डॉ. मनमोहन सिंह की याद में एक स्मारक बनाया जाएगा और इस पर कांग्रेस को भी सूचित कर दिया गया है।

डॉ. त्रिवेदी ने यह भी बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से इस बारे में बात की और बताया कि स्मारक के निर्माण की प्रक्रिया को जल्द ही पूरा किया जाएगा। भूमि अधिग्रहण, ट्रस्ट गठन, और भूमि हस्तांतरण की प्रक्रियाओं के बाद स्मारक का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा।

कांग्रेस अध्यक्ष की सरकार से स्मारक बनाने की अपील
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर संपर्क किया और डॉ. मनमोहन सिंह के लिए एक स्मारक बनाने की मांग की थी। इस पर सरकार की तरफ से प्रतिक्रिया आई कि स्थल के चयन के लिए कुछ दिन का समय लिया जाएगा। कांग्रेस द्वारा सरकार से यह मांग की गई थी कि डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को सम्मानित किया जाए, जिससे उनकी विरासत को याद रखा जा सके।

भाजपा का कांग्रेस पर पलटवार
भा.ज.पा. प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी भी डॉ. मनमोहन सिंह का सम्मान नहीं किया। उनका कहना था कि कांग्रेस ने उनके जीवनकाल में भी डॉ. सिंह की सराहना नहीं की, और अब जब वे दिवंगत हो गए हैं, तो राजनीति करने की कोशिश कर रही है। त्रिवेदी ने यह भी याद दिलाया कि डॉ. मनमोहन सिंह देश के पहले प्रधानमंत्री थे जो नेहरू-गांधी परिवार से बाहर थे और जिन्होंने दस साल तक प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभाला।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *