अयोध्या: श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को इस साल अप्रैल से लेकर अक्टूबर तक रामलला के दरबार में चढ़ाए गए दान से भारी आय हुई है। इस अवधि में रामलला को 78 करोड़ रुपये का दान प्राप्त हुआ है, साथ ही 105 करोड़ रुपये ब्याज के रूप में मिले हैं। इसके अलावा, पिछले सात महीनों में ट्रस्ट की कुल आय 183 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। रामलला के दरबार में हर दिन लगभग 70 से 80 हजार श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए आते हैं, जबकि वीकेंड और त्योहारों के दौरान यह संख्या दोगुनी और तिगुनी हो जाती है।
रामलला के दानपात्र में आने वाले चढ़ावे के अतिरिक्त श्रद्धालु दान काउंटर पर भी बड़ी मात्रा में निधि समर्पित करते हैं। इसके अलावा, भक्त ऑनलाइन, चेक और आरटीजीएस के माध्यम से भी दान भेजते हैं। पिछले सात महीनों में रामलला के दानपात्र में 55 करोड़ रुपये की धनराशि अर्पित की गई है, और विदेशी भक्तों ने भी लगभग 11 करोड़ रुपये का दान भेजा है।
पिछले चार सालों में रामलला को 940 किलो चांदी और 20 किलो सोना दान में मिला है। इस वित्तीय वर्ष में, अप्रैल से अक्टूबर तक रामलला को 7.29 किलो सोना और 170 किलो चांदी प्राप्त हुई है। भारत सरकार की सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया सोने और चांदी की गुणवत्ता की जांच कर रही है, और यह काम हैदराबाद में चल रहा है।
राममंदिर ट्रस्ट का भूमि अधिग्रहण:
राममंदिर ट्रस्ट ने पिछले चार वर्षों में 37 एकड़ जमीन खरीदी है, इसके लिए ट्रस्ट ने 328 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसी क्रम में, अगस्त से अक्टूबर तक ट्रस्ट ने 29.37 करोड़ रुपये में दो एकड़ से अधिक जमीन खरीदी है। इसमें स्वामी बलदेव दास से 13,526 वर्ग फीट जमीन 3.40 करोड़ रुपये में और आनंद भवन से 21,206 वर्ग फीट जमीन छह करोड़ रुपये में खरीदी गई है। इसके अलावा, रंग जी मंदिर की 511.29 वर्ग फीट जमीन 30 लाख रुपये में और बाग बिजेसी की 12,765 वर्ग फीट जमीन 1.95 करोड़ रुपये में खरीदी गई है।