उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जनपद के सभी सात तहसीलों में शनिवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायतों की भरमार देखने को मिली। कुल 193 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से केवल 18 का ही मौके पर निस्तारण किया जा सका। शेष शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को आगे की कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया।
सदर तहसील में एसडीएम नवीन कुमार की अध्यक्षता में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 26 शिकायतें आईं। इसमें से केवल एक शिकायत का ही निस्तारण किया गया। सिकंदराबाद तहसील में, नायब तहसीलदार अंकित सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में 11 शिकायतें आईं, लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि इनमें से किसी भी शिकायत का निस्तारण नहीं हो सका।
खुर्जा तहसील सभागार में, एसडीएम दुर्गेश सिंह की अगुवाई में 31 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। इस दौरान राजस्व से संबंधित एक शिकायत का निस्तारण किया गया। इस मौके पर तहसीलदार चंद्रप्रकाश पांडेय, सीओ भास्कर मिश्रा और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति रही।
अनूपशहर तहसील में, एसडीएम प्रियंका गोयल के नेतृत्व में आयोजित समाधान दिवस में कुल 18 शिकायतें प्रस्तुत की गईं, जिनमें से मात्र 3 समस्याओं का निस्तारण किया गया। इस अवसर पर तहसीलदार बालेंदु भूषण वर्मा, बीडीओ मोकम सिंह और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
इस बार के संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायतों के निस्तारण की दर बेहद कम रही, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या संबंधित अधिकारी इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को गंभीरता से ले रहे हैं। स्थानीय लोगों में निराशा देखी गई, क्योंकि उन्होंने अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए बड़ी उम्मीदें जताई थीं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस स्थिति को सुधारने के लिए क्या कदम उठाएगा।