यूपी के उन्नाव में समाधान दिवस के दौरान एक फरियादी ने पुलिस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए, जिससे उपस्थित अधिकारियों में हलचल मच गई। फरियादी, जिसका नाम शानू है, ने फतेहपुर चौरासी थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उसे बिना किसी मुकदमे के उठाया और उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की।
शानू ने अपनी बात करते हुए कहा, “कोतवाली पुलिस जल्लाद हो गई है।” उन्होंने बताया कि जब वह एसपी के थाने में पहुंचे, तो वहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया। एसपी के वहां से जाने के बाद उसे बुरी तरह से पीटा गया और उसके फोन को लात मारकर तोड़ दिया गया।
शानू ने यह भी आरोप लगाया कि उसे छोड़ने के लिए 20 हजार रुपये की मोटी रकम की मांग की गई। एक प्रधान की मदद से जब मामला सुलझाया गया, तब उसे 20 हजार रुपये में छोड़ दिया गया।
इस घटना के बाद, शानू ने तहसील दिवस में आकर एसएचओ के खिलाफ एक प्रार्थना पत्र दिया और मीडिया से बात करते हुए अपना वीडियो भी जारी किया। उन्होंने अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई और कहा कि उन्हें सच्चाई सामने लाने का साहस चाहिए।
यह मामला पुलिस के प्रति जनता के बढ़ते असंतोष को दर्शाता है और यह भी बताता है कि कैसे कुछ मामलों में पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में आ जाती है। फरियादी की पीड़ा और उसके आरोपों ने पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया है।