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सीएम योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठ में नवरात्रि अनुष्ठान में लीन रहेंगे, विजयादशमी शोभायात्रा का आयोजन

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शिवावतार गुरु गोरखनाथ की तपस्थली गोरक्षपीठ में शारदीय नवरात्र के अवसर पर विशेष अनुष्ठान और आराधना की गतिविधियाँ गुरुवार से शुरू होंगी। गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन दिन तक अनवरत अनुष्ठान और आराधना में लीन रहेंगे।

गुरुवार (10 अक्टूबर) को अष्टमी की शाम, मुख्यमंत्री गोरक्षपीठ के पारंपरिक महानिशा पूजा में भाग लेंगे। इसके बाद शुक्रवार (11 अक्टूबर) को नवमी तिथि पर कन्या पूजन का अनुष्ठान करेंगे, जिसमें वह नौ कुंवारी कन्याओं का विधि-विधान से पूजन कर उन्हें श्रद्धा और सम्मान देंगे। इस पूजन के दौरान कन्याओं के पांव पखारकर उन्हें आशीर्वाद देने की परंपरा का पालन किया जाएगा।

शनिवार (12 अक्टूबर) को विजयादशमी के दिन, गुरु गोरक्षनाथ की विशिष्ट पूजा के बाद गोरखनाथ मंदिर से विजयादशमी शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह शोभायात्रा गोरखपुर के उत्सवी परंपरा का एक प्रमुख आकर्षण होती है, जिसमें समाज के हर वर्ग के लोग शामिल होते हैं।

विजयादशमी शोभायात्रा का गोरखपुर में विशेष महत्व है। यह न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक समरसता का प्रतीक भी है। अल्पसंख्यक समुदाय, विशेष रूप से मुस्लिम और बुनकर समाज के लोग, इस शोभायात्रा का भव्य स्वागत करते हैं। उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के निवर्तमान चेयरमैन चौधरी कैफुलवरा के अनुसार, “हम लोग घंटों पहले फूलमालाएं लेकर गोरक्षपीठाधीश्वर के स्वागत के लिए खड़े रहते हैं।”

गोरखनाथ मंदिर से शोभायात्रा के निकास के समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में अपनी गाड़ी में सवार होंगे, जबकि तुरही, नगाड़े और बैंड बाजे की धुन इस अवसर को और भव्य बनाएगी। शोभायात्रा मानसरोवर मंदिर पहुंचेगी, जहां गोरक्षपीठाधीश्वर भगवान शिव की पूजा करेंगे और बाद में रामलीला के मंच पर जाकर प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे।

विजयादशमी का दिन गोरक्षपीठ में संतों की अदालत लगाने का भी अवसर होता है। इस दिन गोरक्षपीठाधीश्वर दंडाधिकारी की भूमिका में संतों के विवादों का निस्तारण करते हैं। यह प्रक्रिया नाथपंथ की परंपरा के अनुसार होती है, जिसमें संतगण योगी आदित्यनाथ का पूजन करते हैं।

इस प्रकार, गोरक्षपीठ में विजयादशमी का यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि सामाजिक समरसता और संस्कृति का भी प्रतीक है। सभी का उत्साह इस बार भी देखने को मिलेगा, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर से विजयादशमी शोभायात्रा की अगुवाई करेंगे।

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