बुलन्दशहर: थाना रामघाट पर तैनात उ0नि0 (उप निरीक्षक) त्रिभुवन नारायण शर्मा और आरक्षी साबिर खान को उनके कृत्यों के लिए निलंबित कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) महोदय द्वारा यह कार्रवाई तत्काल प्रभाव से की गई।
उ0नि0 त्रिभुवन नारायण शर्मा पर एक मुकदमे की विवेचना के दौरान 05 हजार रुपये की घूस लेने का आरोप लगा था। इस बात की जानकारी पहली बार उस समय हुई जब मामले की जांच में घूस लेने के तथ्य सामने आए। प्रारंभिक तौर पर इस मामले को संज्ञान में लेने के बाद पुलिस अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उप निरीक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया।
इसके अलावा, आरक्षी साबिर खान द्वारा 17 दिसंबर 2024 को कालाआम चौराहे पर एक व्यक्ति के साथ संयम न रखने और मृदु भाषा का प्रयोग न करने के कारण स्थिति को सामान्य नहीं बनाए रखा गया। इस प्रकार की अनुशासनहीनता को वरिष्ठ अधिकारियों ने गंभीरता से लिया और उन्हें भी निलंबित करने का निर्णय लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस प्रकार की अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार पुलिस विभाग के लिए एक गंभीर मामला है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी पुलिसकर्मी के खिलाफ यदि ऐसी कार्रवाई की पुष्टि होती है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम पुलिस विभाग में अनुशासन बनाए रखने और जनता के प्रति सही सेवाएं देने की दिशा में उठाया गया है।
निलंबन के बाद दोनों पुलिसकर्मियों पर विभागीय जांच की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। SSP ने इस कार्रवाई से यह संदेश देने की कोशिश की है कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता के लिए कोई स्थान नहीं है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।