बुलंदशहर: पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रहे हिमपात के कारण मैदानी इलाकों में ठंड और ठिठुरन में इजाफा हो रहा है, जिससे यूपी के बुलंदशहर का तापमान गिरकर 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इसके साथ ही, सर्दियों के इस मौसम में सड़कों पर कोहरे ने भी दृश्यता को कम कर दिया है, जिससे यात्रा में दिक्कतें उत्पन्न हो रही हैं।
हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अधिकारियों की एक टीम रात के समय सड़क पर उतरकर गरीब और असहाय व्यक्तियों को ठंड से बचाने के लिए रैन बसेरों का निरीक्षण कर रही है। इस निरीक्षण में डीएम सीपी सिंह, एडीएम फाइनेंस अभिषेक सिंह, एसडीएम सदर नवीन कुमार और एसडीएम खुर्जा दुर्गेश सिंह शामिल हैं। ये अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए कि रैन बसेरों में ठंड से बचाव की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं, वहां ठहरे हुए लोगों से जानकारी भी ले रहे हैं।
बुलंदशहर के डीएम सीपी सिंह ने बताया कि रैन बसेरों में गर्म कंबल, हीटर, पीने के लिए गर्म पानी और भोजन की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, मजिस्ट्रेट्स को रैन बसेरों के निरीक्षण के लिए तैनात किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ठंड में किसी को कोई दिक्कत न हो।
एडीएम अभिषेक सिंह ने बताया कि बुलंदशहर में कुल 22 रैन बसेरे बनाए गए हैं और 236 सार्वजनिक स्थलों पर नगर पालिकाओं के माध्यम से अलाव जलवाए जा रहे हैं। अब तक 6000 कंबल जरूरतमंदों को वितरित किए जा चुके हैं, ताकि खुले में सोने वालों को ठंड से बचाया जा सके। अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी व्यक्ति को खुले में सोने की अनुमति न मिले और ठंड से बचने के लिए लगातार रैन बसेरों का निरीक्षण किया जा रहा है।
इस ठंडी रात में लोग सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाकर सर्दी से बचने का प्रयास करते हुए दिखाई दिए। यह कदम यूपी सरकार की तरफ से ठंड के मौसम में जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण प्रयासों का हिस्सा है।