बुलंदशहर: एक दुखद और चौंकाने वाली घटना में, गबन के आरोपी निलंबित उप डाकपाल राहुल कुमार (28) ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली। राहुल ने अपनी जान लेने के लिए बुलंदशहर के गिरधारी नगर क्षेत्र में स्थित रेलवे ट्रैक पर कूदकर ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या की। राहुल कुमार पर ढाई करोड़ रुपये के गबन का आरोप था, और उसे इस मामले में सीबीआई ने हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।
राहुल कुमार पर आरोप था कि उसने फर्जी डाक टिकटों का उपयोग करके ढाई करोड़ रुपये का गबन किया। इस मामले में जांच के बाद उसे निलंबित कर दिया गया था। शुक्रवार को सीबीआई ने राहुल से पूछताछ की, जिसके बाद यह दुखद घटना घटी। राहुल कुमार ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने खुद को बेकसूर बताया है।
राहुल कुमार ने आत्महत्या से पहले छोड़े गए सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि उसे झूठे आरोपों में फंसाया गया है। उसने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि उसके खिलाफ विभागीय अधिकारियों ने साजिश रची थी। सुसाइड नोट में राहुल ने यह भी लिखा कि वह विभागीय उत्पीड़न का शिकार था, जो उसकी मानसिक स्थिति को बिगाड़ने का कारण बना।
सुसाइड नोट में एक और अहम आरोप सामने आया है। राहुल ने लिखा कि विभाग में तैनात एक वरिष्ठ अधिकारी का महिलाओं से अवैध संबंध था, जिसके बारे में उसे जानकारी मिल गई थी। इस कारण उसे मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा और उसे झूठे आरोपों में फंसाया गया।
राहुल कुमार पर आरोप था कि उसने फर्जी डाक टिकटों का इस्तेमाल करके 2.5 करोड़ रुपये का गबन किया था। यह मामला सामने आने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया था। साथ ही, इसके साथ जुड़े हुए बाबू और चपरासी को भी निलंबित किया गया था।
घटना के बाद पुलिस और सीबीआई की टीमें मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। राहुल का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि वे मामले की गहराई से जांच करेंगे और सुसाइड नोट में उठाए गए आरोपों की पूरी जांच करेंगे।
राहुल कुमार के आत्महत्या के बाद सामने आए आरोपों में यह भी कहा गया है कि उसे लगातार विभागीय उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा था। यह उत्पीड़न सिर्फ उसके कामकाजी जीवन तक सीमित नहीं था, बल्कि उसे मानसिक और शारीरिक दबाव का भी सामना करना पड़ रहा था। इस उत्पीड़न के कारण उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गई थी, जिससे उसने यह कदम उठाया।