नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आंबेडकर पर दिए गए बयान के बाद से देश की राजनीति में भूचाल आ गया है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी और बीजेपी के बीच संसद में तीव्र टकराव देखने को मिला। कांग्रेस ने आज फिर से इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए आक्रामक रुख अपनाया। पार्टी के नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद में अपनी नाराजगी व्यक्त की और मांग की कि अमित शाह अपने बयान पर माफी मांगें।
कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने अमित शाह के बयान को आंबेडकर का अपमान बताया और उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस भी दाखिल किया। कांग्रेस के अनुसार, गृहमंत्री का बयान देश के संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर की गरिमा को ठेस पहुँचाता है। वहीं, बीजेपी ने इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह इस मुद्दे को सिर्फ राजनीतिक फायदा उठाने के लिए उछाल रही है।
संसद में इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप के बीच दोनों दलों के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। कांग्रेस के आरोप हैं कि बीजेपी सांसदों ने उन्हें संसद में प्रवेश करने से रोका और हिंसक व्यवहार किया। इस दौरान, बीजेपी के दो सांसदों प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को चोटें आईं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि उन्हें भी धक्का दिया गया और वह गिरकर घायल हो गए। इस घटनाक्रम के बाद संसद का कामकाज ठप हो गया और सत्र को स्थगित कर दिया गया।
बीजेपी सांसदों ने कांग्रेस पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया और कहा कि राहुल गांधी ने जानबूझकर उन्हें धक्का दिया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी को ‘सामंतवादी’ बताते हुए उनकी आलोचना की। वहीं, कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सांसदों ने जानबूझकर उनका रास्ता रोका और उन्हें अपमानित किया।
बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को गंभीर चोटें आई हैं, और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों का इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने अस्पताल जाकर दोनों सांसदों का हालचाल लिया।
आंबेडकर के मुद्दे पर दोनों दलों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। कांग्रेस ने संसद में इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की है, जबकि बीजेपी ने इसे राजनीतिक रुख बताकर इसका विरोध किया। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी इस मुद्दे को भटकाने की कोशिश कर रही है, जबकि बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस मुद्दे को तूल दे रही है।