मुंबई: भारतीय डेरी क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाला अग्रणी ब्रांड आनंदा को हाल ही में इंडियन डेरी एसोसिएशन द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित इंटर डेरी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार आनंदा को उसके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया, विशेष रूप से उसकी बेहतर प्रोसेसिंग तकनीकों और उत्पादों की गुणवत्ता के लिए।
मुंबई में आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रदर्शनी में भारत के विभिन्न हिस्सों से डेरी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों ने भाग लिया। आनंदा को यह पुरस्कार उसकी अत्याधुनिक प्रोसेसिंग तकनीकों को अपनाने और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को उपभोक्ताओं तक पहुँचाने में किए गए अभूतपूर्व कार्य के लिए प्रदान किया गया।
आनंदा के चेयरमैन डॉ. राधेश्याम दीक्षित ने इस अवसर पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “यह पुरस्कार आनंदा के लिए बड़े गौरव की बात है। हम हमेशा अपने उपभोक्ताओं को स्वास्थ्यवर्धक और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम आगे भी नए उत्पादों के आरएनडी (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) और विकास में लगातार जुटे रहेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि आनंदा का उद्देश्य हमेशा अपने उत्पादों की गुणवत्ता को सर्वोच्च बनाए रखना है, जिससे उपभोक्ता सुरक्षित और शुद्ध मिल्क उत्पाद प्राप्त कर सकें।
आनंदा का मानना है कि गुणवत्ता ही उसकी पहचान है। उत्तर प्रदेश के 6000 गांवों से 3 लाख किसानों से दूध प्रिक्योर करते हुए आनंदा, उत्तर प्रदेश में स्थित अपने अवसीतन केंद्र से 10 लाख लीटर दूध प्राप्त करता है। इस दूध को आनंदा अपने विभिन्न प्रोसेसिंग प्लांटों में उच्च गुणवत्ता के मिल्क उत्पादों में परिवर्तित करता है। आनंदा के प्रोसेसिंग प्लांट हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, रायबरेली, और सोनभद्र में स्थित हैं, जहां हर उत्पाद की गुणवत्ता पर 40 क्वालिटी पैरामीटर के द्वारा निगरानी रखी जाती है।
आनंदा का यह सम्मान उसकी मेहनत और डेरी उद्योग में उत्कृष्टता का प्रतीक है। इस पुरस्कार ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि आनंदा केवल एक ब्रांड नहीं, बल्कि भारतीय डेरी क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की मिसाल है।