उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद के हसनपुर नगर स्थित कान्हा गोशाला में 6 महीने बाद फिर से गायों की मौत का मामला सामने आया है। 2 दिसंबर 2024, सोमवार को कान्हा गोशाला में करीब 10 गायों की मौत हो गई। घटना के बाद से गोशाला में कई गायों की हालत गंभीर और दयनीय बनी हुई है, जिन्हें इलाज की आवश्यकता है। इससे पहले, जून 2024 में भी इसी गौशाला में कई गायों की मौत हुई थी, जिसमें से कुछ गायों को जिंदा दफनाया गया था। इस घटना का एक दिल दहला देने वाला वीडियो भी सामने आया था, जिसमें गायों की हालत बहुत खराब नजर आ रही थी।
हसनपुर स्थित कान्हा गोशाला में हुई इस नई घटना को लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। बजरंग दल के जिला सह संयोजक वीरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गोशाला में हो रही मौतों को लेकर हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि गोशाला में लगभग सात गाय बीमार हैं, जिनकी स्थिति बेहद गंभीर है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर समय रहते इलाज नहीं किया गया, तो इन गायों की जान भी जा सकती है।
वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गोशाला में तीन गोवंशीय पशुओं की मौत हो गई थी और जेसीबी से शवों को दबाया जा रहा था। इसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और प्रशासन की तरफ से हल्की कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है, जबकि गंभीर हालत में गायों का इलाज और देखभाल की कोई उचित व्यवस्था नहीं की जा रही।
बजरंग दल ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें कुछ गायों को तड़पते हुए और अपनी अंतिम सांसें लेते हुए दिखाया गया। इस वीडियो में गायों की आंखों पर कौवे बैठे हुए थे, और उनकी हालत को देखकर यह साफ हो रहा था कि उन्हें तत्काल इलाज की जरूरत थी। कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के बाद से प्रशासन ने गायों को दवाइयां दी, लेकिन अगर वे समय पर वहां न पहुंचते, तो इन गायों को भी मरने के लिए छोड़ दिया जाता, जैसा कि पहले की घटनाओं में हुआ था।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संबंधित अधिकारियों से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि गौशाला में हो रही इस तरह की घटनाओं से पशुपालन के प्रति लापरवाही और प्रशासन की असंवेदनशीलता की बू आ रही है। बजरंग दल ने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वे जानबूझकर गायों की मौतों को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं।