बुलंदशहर: बुलंदशहर में लगातार चल रही बर्फीली हवाओं और कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है। शुक्रवार को भी ठंड का असर बना रहा, जिससे लोग ठिठुरते रहे। दिन में कुछ देर के लिए सूर्य देव के दर्शन हुए, लेकिन ठंड और गलन से राहत नहीं मिली।
कोहरे की चादर ने दूसरे दिन भी बुलंदशहर को अपनी गिरफ्त में लिया। दृश्यता लगभग 10 मीटर तक सीमित थी, जिससे सड़क पर वाहन रेंगते नजर आए। सड़क पर कोहरे के कारण वाहन चालकों को लाइट जलाकर यात्रा करनी पड़ी। बाजारों में भी दोपहर 12 बजे तक आवाजाही कम रही, क्योंकि लोग ठंड से बचने के लिए घरों से बाहर नहीं निकल रहे थे।
दिन के कुछ समय के लिए सूर्य देव ने आकर गर्मी दी, लेकिन शीतलहर और गलन ने लोगों को राहत नहीं दी। लोग ठंड से बचने के लिए अलाव जलाते हुए दिखे। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम से जल्द राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। लगातार कोहरा और शीतलहर का असर बना रहेगा। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, इस मौसम का असर किसानों पर भी पड़ रहा है, खासकर आलू और सरसों की फसल पर रोगों के प्रकोप का खतरा बढ़ गया है।
कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. विवेकराज के मुताबिक, “आने वाले दिनों में कोहरे और शीतलहर का असर बना रहेगा। फिलहाल इस मौसम से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है।” शनिवार को अधिकतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आद्रता 61 फीसदी और हवा की गति 10 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास रही।