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संभल: रविवार को संभल जिले के चंदौसी स्थित मुस्लिम बहुल मोहल्ला लक्ष्मण गंज में एक अजीब घटना घटी, जब एक शख्स ने बावड़ी की खोदाई के दौरान शंखनाद किया। इस घटना के बाद पुलिस और स्थानीय लोग सकते में आ गए।
जानकारी के अनुसार, नगर पालिका परिषद की टीम रविवार को सुबह 10 बजे से मजदूरों के साथ बावड़ी की खोदाई कार्य में जुटी हुई थी। करीब दोपहर 12 बजे, एक शख्स जो कुर्ता पायजामा पहने था और गले में पीले रंग का पटका डाले हुए था, बावड़ी में उतर आया। उसने अपनी जेब से शंख निकाला और जोर से शंखनाद करना शुरू कर दिया। शंखनाद की आवाज सुनते ही पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचने की कोशिश की, लेकिन इससे पहले ही वह शख्स भागने में सफल हो गया।
पुलिस द्वारा शंखनाद करने वाले शख्स की तलाश शुरू कर दी गई है। शख्स भागते समय कुछ स्थानीय लोगों को एक प्रार्थना पत्र भी सौंप गया, जिसमें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से चंदौसी में आगमन की अपील की गई थी। यह प्रार्थना पत्र मुकेश गुप्ता द्वारा लिखा गया था।
घटना के बाद, मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शंखनाद करने की इस कोशिश पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाओं से माहौल बिगड़ सकता है और शरारती तत्वों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
वहीं, दूसरी ओर संभल के मोहल्ला खग्गू सराय में स्थित शिव मंदिर में पिछले 46 वर्षों बाद पूजा-अर्चना का सिलसिला शुरू हुआ है। 1978 के दंगों के बाद हिंदू परिवारों के पलायन और मंदिर में ताला लगाए जाने के कारण यहां पूजा अर्चना बंद हो गई थी। लेकिन 14 दिसंबर को प्रशासन की पहल पर मंदिर का ताला खोला गया और उसके बाद से श्रद्धालु लगातार सुबह-शाम पूजा करने पहुंच रहे हैं। मंदिर में प्रसाद वितरण भी किया जा रहा है और दूर-दराज से लोग यहां दर्शन के लिए आ रहे हैं।
इसी तरह, सरायतरीन के मोहल्ला कछवायन में स्थित राधा कृष्ण मंदिर भी 1992 के दंगों के बाद बंद था। 17 दिसंबर को पुलिस की निगरानी में मंदिर का ताला खोला गया और अब श्रद्धालु यहां भी दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी स्थित मोहल्ला लक्ष्मणगंज में एक ऐतिहासिक बावड़ी के अस्तित्व को लेकर खोदाई का कार्य नौंवे दिन भी जारी रहा। रविवार को प्रशासन ने खोदाई की प्रक्रिया को तेज करते हुए मौके पर बुलडोजर मंगवाया है। खोदाई में अब तक एक मकान के नीचे बावड़ी की दीवार मिल चुकी है, और प्रशासन अब इस मकान के बारे में मंथन कर रहा है। वहीं, पूरे परिसर की सफाई तेज गति से की जा रही है।
मोहल्ला लक्ष्मणगंज में एक प्राचीन बावड़ी का अस्तित्व पुनः उजागर हो रहा है। शनिवार को नगर पालिका की सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रियंका सिंह और पीएसी की टीम ने खोदाई का कार्य शुरू किया। एक टीम को ऊपरी मंजिल के गलियारों से मिट्टी निकालने में लगाया गया, जबकि दूसरी टीम को बावड़ी के सिरा और कुएं की तलाश में खोदाई कार्य में लगाया गया। तीसरी टीम को बावड़ी के दूसरी ओर के सिरे की तलाश में लगाया गया।
ईओ कृष्ण कुमार सोनकर ने बताया कि खोदाई के दौरान एक मकान के नीचे बावड़ी की दीवार नजर आई है, जो संभवत: बावड़ी का प्रवेश द्वार हो सकता है। हालांकि, प्रवेश द्वार मकान के कितने अंदर है, यह खोदाई पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा।