लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, और इन्हीं प्रयासों के तहत ‘जल जीवन मिशन’ में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस मिशन के तहत प्रदेश की महिलाओं को विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे ग्राम पंचायत स्तर पर रोजगार पा सकें और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार सकें।
लखीमपुर खीरी जिले में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल के तहत 168 महिलाओं को प्लंबर, फिटर और पंप ऑपरेटर की ट्रेनिंग दी गई है। यह जिले के लिए एक ऐतिहासिक कदम है, क्योंकि यहां महिलाओं की सबसे बड़ी संख्या इन तकनीकी ट्रेडों में प्रशिक्षित हो रही हैं। इस प्रशिक्षण के दौरान, महिलाओं को इन ट्रेडों में आवश्यक उपकरणों की जानकारी दी गई और उन्हें टूल किट भी वितरित की गई।
लखीमपुर खीरी की जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि ‘जल जीवन मिशन’ के तहत राज्य भर में 1,297 महिलाओं को प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, फिटर, पंप ऑपरेटर, मोटर मैकेनिक और राजगीर मिस्त्री जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया गया है। हालांकि, लखीमपुर खीरी प्रदेश का पहला जिला बन गया है, जहां एक साथ 168 महिलाओं को इन ट्रेडों में प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है।
नारी सशक्तिकरण की दिशा में यह पहल महत्वपूर्ण साबित हो रही है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। महिलाओं को नल की मरम्मत, पानी की आपूर्ति और टंकी के संचालन जैसे कार्यों की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वे घर पर ही पानी से संबंधित समस्याओं का समाधान कर सकें। इस पहल से जहां घर की महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी, वहीं अन्य महिलाओं के लिए भी यह एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को प्रत्येक ट्रेड के लिए विशेष उपकरण भी वितरित किए गए। प्लंबर ट्रेड के तहत उन्हें हथौड़ी, ब्लेड, इंची टेप, पाइप रिंच और अन्य आवश्यक उपकरण मिले, जबकि फिटर ट्रेड में पाइप रिंच, हथौड़ा, पेचकस, कटर जैसे उपकरण दिए गए। पंप ऑपरेटर के लिए प्लास, ब्लेड, कटर, पेचकस और टेस्टर जैसी टूल किट भी प्रदान की गई।
इस प्रशिक्षण के अंतर्गत महिलाओं ने पहले अटल सभागार में व्यावहारिक प्रशिक्षण लिया और फिर तहसील तथा ब्लॉक लखीमपुर के ग्राम पंचायत कालाआम में फील्ड विजिट के दौरान हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग भी प्राप्त की। इस प्रक्रिया में महिलाओं ने न केवल परियोजना को समझा, बल्कि कार्य स्थल पर जाकर उसे लागू भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह अनूठी पहल प्रदेश की महिलाओं को एक नई दिशा और आत्मनिर्भरता प्रदान कर रही है। अब महिलाएं न सिर्फ अपने घरों में पानी और अन्य घरेलू कार्यों में मददगार बनेंगी, बल्कि वे समाज में भी अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकेंगी।