गाजियाबाद: एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया के ताऊ सुशील सिंघानिया की मुश्किलें अब और बढ़ सकती हैं। दरअसल, एक वायरल वीडियो में सुशील सिंघानिया मीडिया से बातचीत करते हुए यह कहते नजर आ रहे हैं कि उनके पास निकिता का बच्चा व्योम नहीं है, और न ही उनकी चार महीने से निकिता से कोई मुलाकात हुई है। यह बयान अब पूरे मामले को एक नया मोड़ दे रहा है, और सुशील सिंघानिया के खिलाफ और जांच की संभावना जताई जा रही है।
विवाद की शुरुआत तब हुई जब अतुल सुभाष के छोटे भाई विकास मोदी ने नौ दिसंबर को निकिता सिंघानिया, उसकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और ताऊ सुशील सिंघानिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में आरोपियों की जमानत के लिए चारों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दी थी। बृहस्पतिवार को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने निकिता, उसकी मां और भाई की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। हालांकि, इससे पहले बंगलूरू पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
इस पूरे मामले में अतुल सुभाष के अधिवक्ता अवधेश तिवारी ने बताया था कि घटना के बाद निकिता के परिजन व्योम को अपने साथ ले गए थे। वहीं, आरोपी सुशील सिंघानिया के अधिवक्ता मनीष तिवारी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में दलील दी थी कि मीडिया ट्रायल के दबाव में कर्नाटक पुलिस ने बिना जौनपुर पुलिस को सूचित किए ही निकिता, उसकी मां और भाई को गिरफ्तार कर लिया। मनीष तिवारी ने यह भी कहा कि हृदय रोगी सुशील सिंघानिया ही निकिता के चार वर्षीय बेटे की देखभाल कर रहे हैं, और उनकी गिरफ्तारी से बच्चों की देखभाल में परेशानी हो सकती है।
इस बीच वायरल हो रहे वीडियो ने पूरे मामले को और जटिल बना दिया है, क्योंकि इसमें सुशील सिंघानिया यह बयान दे रहे हैं कि उनका कोई संपर्क चार महीने से निकिता से नहीं हुआ है, और न ही उनके पास व्योम है। इससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या सुशील सिंघानिया के बयान से मामले में कोई नया तथ्य सामने आएगा।