संभल: संभल में आज जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी है। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है और शाही जामा मस्जिद सहित पूरे इलाके में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। इस दौरान ड्रोन से भी इलाके की निगरानी रखी जा रही है। पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात किया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
संभल में 6 दिसंबर को जुमे की नमाज के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा न हो, इसके लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन ने लोगों से यह अपील भी की है कि वे अपने-अपने इलाकों में ही नमाज पढ़ें और शांति बनाए रखें। इस दौरान डीआईजी रेंज और एसपी फोर्स ने देर रात को फ्लैग मार्च किया, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पहले से तैयार रहें।
इसके अलावा, पुलिस प्रशासन ने धर्मगुरुओं के साथ भी बैठक की, जहां उन्होंने भी लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की। तीन लेयर की सुरक्षा प्रबंधन व्यवस्था की गई है, जिसमें पुलिस बल, पैरामिलिट्री फोर्स और ड्रोन निगरानी शामिल है।
गौरतलब है कि 24 नवंबर को संभल में एक हिंसक घटना घटित हुई थी। उस दिन कोर्ट के आदेश पर जामा मस्जिद के सर्वे के लिए एक टीम पहुंची थी, जिसके विरोध में कुछ लोग मस्जिद के बाहर नारेबाजी करने लगे। अचानक ही इन विरोधियों ने पुलिस बल पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस को जबावी कार्रवाई करनी पड़ी। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में चार लोगों की मौत हुई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
घटना के बाद इलाके में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई थीं। पुलिस ने हिंसा के बाद इलाके में छानबीन शुरू की और कुछ कारतूस और खोखे बरामद किए। इनमें से एक खोखे पर ‘यूएस’ लिखा हुआ था, जबकि पहले 3 दिसंबर को मिले खोखे पर ‘पाकिस्तान’ लिखा हुआ था। पुलिस को शक है कि इस हिंसा में विदेशी फंडिंग या अन्य देशों का हाथ हो सकता है, और इसी वजह से केंद्रीय जांच एजेंसियों को इस मामले में शामिल किया गया है।
पुलिस ने अब तक कई उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है और कुछ के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। प्रशासन की ओर से सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की गई है और उनके पोस्टर इलाके में लगाए गए हैं, ताकि उन्हें पकड़ने में मदद मिल सके। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और हिंसा के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए प्रयास कर रही है।
संभल प्रशासन का कहना है कि जुमे की नमाज के दौरान किसी भी तरह की हिंसा या अराजकता की स्थिति पैदा नहीं होने दी जाएगी। पुलिस और प्रशासन की ओर से लगातार शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त रहे।