उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस वर्ष दशहरा और दीपावली के अवसर पर विद्युत उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए घोषणा की है कि राज्य में बिजली की टैरिफ दरें पिछले पांच वर्षों की तरह इस वर्ष भी अपरिवर्तित रहेंगी। यह निर्णय प्रदेश के 3.48 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को महंगाई के दौर में राहत प्रदान करेगा।
ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने कहा कि योगी सरकार ने उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि 2019-20 के बाद से बिजली दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई है, और कई क्षेत्रों में दरें घटाई गई हैं। इससे निम्न आय वर्ग और छोटे व्यवसायियों को आर्थिक स्थिरता मिली है।
मंत्री ने कहा कि पर्यावरण की दृष्टि से नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के लिए ग्रीन एनर्जी टैरिफ को भी कम किया गया है, जिससे उनके लिए आर्थिक लाभ होगा और कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए स्मार्ट मीटर की कनेक्शन प्रक्रिया में शुल्क को समाप्त कर दिया गया है। इसके अलावा, डिजिटल बिलिंग को बढ़ावा देने के लिए उपभोक्ताओं को ई-मेल और व्हाट्सएप जैसे इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से बिल प्राप्त करने का विकल्प उपलब्ध कराया गया है।
ओपन एक्सेस उपभोक्ताओं के लिए क्रॉस सब्सिडी सरचार्ज की दरें यथावत रखी गई हैं, जिससे उद्योगों को बिजली बाजार में प्रतिस्पर्धा में मदद मिलेगी।
ऊर्जा मंत्री ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे अपने बिजली बिलों का समय पर भुगतान करें, जिससे निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। उन्होंने त्योहारों के दौरान विद्युत आपूर्ति को निर्बाध बनाए रखने के निर्देश भी दिए हैं।