बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश: बुलंदशहर के एक मंदिर में एक महिला की अचानक तबीयत बिगड़ गई, लेकिन बिजली विभाग के एक्सईएन सौरभ मिश्रा ने अपनी सक्रियता और एक्यूप्रेशर पद्धति के माध्यम से उसे ठीक कर दिया। यह घटना हाल ही में उस समय हुई जब महिला मंदिर में पूजा कर रही थी और सर्वाइकल की समस्या के कारण गश खाकर गिर गई।
सौरभ मिश्रा, जो पॉवर कॉरपोरेशन में एक्सईएन के पद पर कार्यरत हैं, ने बिना किसी हिचकिचाहट के महिला की मदद के लिए आगे आए। श्रद्धालुओं ने मिलकर महिला को एक तख्त पर लिटाया। इसके बाद, सौरभ ने एक पैन का उपयोग करते हुए एक्यूप्रेशर पद्धति से महिला का उपचार शुरू किया। कुछ ही समय में, महिला होश में आ गई और मात्र 5 मिनट के भीतर वह पूरी तरह से ठीक हो गईं।
महिला के ठीक होते ही वहां उपस्थित अन्य श्रद्धालुओं ने भी सौरभ के पास जाकर उपचार लेने की इच्छा व्यक्त की। सौरभ ने एक्यूप्रेशर पद्धति के माध्यम से और भी कई बीमार श्रद्धालुओं का उपचार शुरू किया। उनका यह कार्य देख श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई, जो सौरभ से मदद मांगने के लिए उत्सुक थे। सौरभ मिश्रा ने बताया कि उन्होंने विन्नेर देवी माता रानी के मंदिर में स्वास्थ्य शिविर लगाने का निर्णय लिया है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को एक्यूप्रेशर पद्धति का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा, “चिकित्सा सेवा भी एक धर्म है। एक्यूप्रेशर पद्धति एक पुरानी और प्रभावी तकनीक है, जो बीमारियों को काफी हद तक दूर करने में सहायक होती है।”
सौरभ मिश्रा की यह पहल केवल एक चिकित्सा सेवा नहीं, बल्कि समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी का प्रतीक भी है। उनका यह कार्य यह दर्शाता है कि कैसे एक व्यक्ति अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करके दूसरों की मदद कर सकता है। इस घटना ने सौरभ को स्थानीय मीडिया में सुर्खियों में ला दिया है, और उनकी मानवता की भावना ने उन्हें एक ‘हीरो’ के रूप में स्थापित कर दिया है। उनकी इस पहल से न केवल महिला की जान बचाई गई, बल्कि अन्य कई श्रद्धालुओं को भी स्वास्थ्य सेवाएं मिलीं।