– समाजसेवियों ने लोगों को दी डाक सेवाओं व योजनाओं की जानकारी
– समाजसेवी संस्था हिंद जन सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने नगर वासियों को किया जागरूक
– डाकघर के कर्मचारियों को किया गया सम्मानित
स्याना। विश्व डाक दिवस के अवसर पर बुधवार को स्याना में डाक कर्मचारियों ने जागरूकता अभियान चलाया। स्याना के डाकघर में पहुंचे समाजसेवी संस्था हिंदजन सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने डाक अधीक्षक व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर उनका मान बढ़ाया।
हिंदजन सेवा समिति सेवा समिति के अध्यक्ष ललित त्रिवेदी ने कहा कि सन 1727 में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा कोलकाता में पहला डाकघर स्थापित किया गया था। डाक घर हमारे सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है। यह हमारी भावनाओं से जुड़ा हुआ है। समिति अध्यक्ष ललित त्रिवेदी ने कहा कि वह समय बेहतर था जब हम अपने हृदय की बात अपने हाथों के जरिए कलम से लिखकर 15 पैसे के पोस्टकार्ड या 50 पैसे के अंतर्देशीय पत्र में लिखकर अपनों को संदेश भेजते थे । माता-पिता मनी ऑर्डर के द्वारा अपने बच्चों को धनराशि भेजते थे । लेकिन आज मोबाइल ने सब कुछ खत्म कर दिया। लेकिन हमें पूर्ण विश्वास है कि हमारी सभ्यता संस्कृति वापस जरूर लौटेगी।डाकघर प्रभारी श्याम पाल सिंह ने बताया कि डाक विभाग हर साल नौ अक्तूबर को विश्व डाक दिवस के रूप में मनाता है। विभाग अपने ग्राहकों को उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिए निरंतर प्रयासरत है और इसके संचालन में सभी का सहयोग आवश्यक है। तेजेंद्र शर्मा, संकेत मलिक, रघुवर दयाल ,रिंकू सिंह, राजकली, ललित त्रिवेदी ,अनिल वाल्मीकि ,परवेज हाशमी ,अभय त्रिवेदी आदि रहे।